स्कर्वी रोग विटामिन-c की हीनता से होता है ।
इस विटामिन को एस्कोर्बिक अम्ल कहते है ।
मसूडों में खून आना , पेशियों तथा जोडो में दर्द के साथ दुर्बलता इसके प्रमुख लक्षण है ।
शारीरिक भार में कमी हो जाती है और घाव भी जल्द नही भरता है ।
निम्बू , संतरा ,अनन्नास , अंगूर ,पालक हरी मिर्च में विटामिन-c के प्रमुख स्रोत है ।
विटामिन-c की गोली के सेवन से भी स्कर्वी पर काबू पाया जा सकता है ।
विटामिन डी की कमी से रिकेट्स नामक रोग होता है ।
हमारी त्वचा में विटामिन डी का संश्लेषण सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में होता है ।
विटामिन डी के अभाव में कैल्सियम आयन की मूत्र के साथ अत्यधिक हानि होती है ।
विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स तथा बड़ों में ओस्तियोमालेसिया नामक बिमारी होती है ।
रिकेट्स को सुखा रोग भी कहते है ।
बच्चों की टाँगे धनुष के आकार की हो जाती है । पसलियों के आकार में परिवर्तन के कारण बच्चों का वक्ष कबुतर्नुमा हो जाता है ।
काड लीवर तेल , मछली , दूध , अंडे की जर्दी प्रमुख स्रोत है ।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
8 comments:
very nice article this is . ya this is very good article
... बहुत प्रभावशाली व उपयोगी जानकारी है, चलते चलो ... की ओर कदम हैं, .... कुछ खास ... तो है .... संभवत: बहुत खास ... जान पडते हैं .... !!!!!!!
very nice ..bahut upyogi jankaari..
bhut upyogi jankari
dhnywad
आपकी टिपण्णी के लिए शुक्रिया!
बहुत ही सुंदर और जानकारीपूर्ण रचना है बेहद पसंद आया!
मेरे इन ब्लोगों पर आपका स्वागत है-
http://urmi-z-unique.blogspot.com
http://khanamasala.blogspot.com
बहुत उपयोगी जानकारी है, आभार।
-----------
SBAI TSALIIM
bahut badhiya janakri Free Help Tips
Thanks for sharing this kind of information My Sharing Ideas
Post a Comment