रूस परमाणु ऊर्जा आयोग के साथ हुए 70 करोड़ अमेरिकी डालर के सौदे के तहत जल्द ही भारत को परमाणु ईधन की आपूर्ति शुरू करेगा।परमाणु ऊर्जा आयोग और परमाणु आपूर्ति करने वाली दुनिया की अग्रणी कंपनियों में एक रूस की टीवीईल कार्पोरेशन के बीच इसी साल फ़रवरी में एक दीर्घगामी समझौता हुआ था।
रूस कुडानकुलम में 2000 मेगावाट क्षमता वाले दो डब्ल्यूईआर-1000 संयत्रों का निर्माण कर रहा है। इनके चालू होने पर भारत की परमाणु ऊर्जा उत्पन्न कराने की क्षमता में काफी वृद्धि होगी ।रूस के राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव की पहली भारत यात्रा के दौरान पिछले साल दिसंबर 2008 में एक समझौते पर दस्तखत हुए थे जिसके तहत वह चार और संयत्र भारत में स्थापित कराने में सहयोग करेगा ।
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2 comments:
आशा है यह समझौता भारतीय आवश्यकताओं की पूर्ति में एक मील का पत्थर साबित होगा।
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तस्लीम
साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन
बढ़िया जानकारी दी है । ऱूस के साथ समझोते से भारत को परमाणु कायॆक्रम में काफी मदद मिलेगा । अच्छी जानकारी दिया है आपने धन्यवाद
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