Friday, February 27, 2009
पावो क्रिस्तेतस क्या है ?
बड़ा ही प्यारा पक्षी है - इसकी गर्दन लम्बी व सर पर पंखे के आकार की कलगी होती है ।
Thursday, February 26, 2009
उस्ताद जाकिर हुसैन ने हमें फ़िर मुस्कुराने का मौका दिया है .....
* हुसैन समकालीन विश्व संगीत आंदोलन के सूत्रधारों में एक माने जाते हैं। उन्होंने दुनिया के कुछ अग्रणी संगीतकारों के साथ मिलकर संगीत को जनसाधारण में लोकप्रिय बनाने का अभियान चलाया है......
* उन्होंने तबला वादन को विश्व में एक नई पहचान दिलाई है। यह भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है ।
* जाकिर हुसैन को यह एवार्ड 'ग्लोबल ड्रम' प्रॉजेक्ट के लिए मिकी हार्ट, सिकिरु अदिपोजु और गिओवानी हिडाल्गो के साथ मिला है ।
* अपने तबले से स्वर निकालने के लिए अनेक देशों में बजाए जाने वाले ड्रमों की थापों को भी अपनाया है ।
* उन्होंने रविशंकर से लेकर बिस्मिल्लाह खान और अमजद अली खान जैसे महान कलाकारों के साथ संगत की है।
* उन्हें तबला वादन का प्रशिक्षण अपने पिता प्रसिद्ध तबलावादक उस्ताद अल्लरक्खा से मिला है ।
* वह पद्मश्री और पद्मभूषण पाने वाले सबसे कम उम्र के वादक है ।
इस उपलब्धि के सही अधिकारी उस्ताद साहब ही है .....अभी सफर जारी है , हम उम्मीद करते है की आगे भी वे भारत का नाम रौशन करते रहेगे ।
Monday, February 23, 2009
भारत में बाल विवाह ......
यूनिसेफ की रिपोर्ट के अनुसार .........
* भारत में दुनिया के ४० परसेंट बाल विवाह होते है ।
* ४९ परसेंट लड़कियों का विवाह १८ वर्ष से कम आयु में ही हो जाता है ।
* लिंगभेद और अशिक्षा का ये सबसे बड़ा कारण है ।
* राजस्थान ,बिहार ,मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश और प बंगाल में सबसे ख़राब स्थिति है ।
* यूनिसेफ के अनुसार राजस्थान में ८२ परसेंट विवाह १८ साल से पहले ही हो जाते है ।
* १९७८ में संसद द्बारा बाल विवाह निवारण कानून पारित किया गया । इसमे विवाह की आयु लड़कियों के लिए
कम से कम १८ साल और लड़कों के लिए २१ साल निर्धारित किया गया ।
* भारत सरकार ने '' नेशनल प्लान फॉर चिल्ड्रेन २००५'' में २०१० तक बाल विवाह को पुरी तरह ख़त्म करने का
लक्ष्य रखा है ।
Sunday, February 22, 2009
अंग देश
*महाभारत तथा पुराणों में चंपा का नाम मालिनी मिलता है ।
*दिघ्निकाय के अनुसार इस नगर के निर्माण की योजाना वास्तुकार महागोविन्द ने बनाई थी ।
*महाजनपद काल में यहाँ का शासक ब्रह्मदत था जिसने मगध के राजा भटीय को पराजित कर मगध का कुछ भाग जित लिया था ।
Saturday, February 21, 2009
दादा साहेब फाल्के
* उन्हें भारतीय सिनेमा का पितामह कहा जाता है ।
* २० सालों में उन्होंने ९५ फूल लेंथ की फिल्में और २६ शोर्ट लेंथ की फिल्में बनाई ।
* फिल्मों का निर्माण उनके लिए सिर्फ़ व्यवसाय नही था ... अपनी फिल्मों के प्रदर्शन के लिए
बैलगाडी से गाँव -गाँव घुमते थे ।
* १९३२ में उनकी अन्तिम मूक फ़िल्म '' सेतुबंधन '' रिलीज हुई ।
* १९३७ में उन्होंने अपनी आखिरी फ़िल्म ''गंगा अवतरण '' बनाई ।
आर्टिकल 217
संविधान के अनुसार हाई कोर्ट के किसी जज को हटाने के प्रस्ताव पर कम से कम 50 सांसदों के साइन होने चाहिए। अगर संसद महाभियोग पर विचार करती है तो यह किसी जज को हटाने का दूसरा प्रस्ताव होगा। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट जज वी. रामस्वामी के खिलाफ प्रस्ताव लाया गया था। उन पर आरोप था कि जब वह पंजाब हाई कोर्ट के जज थे उस समय उन्होंने पद का दुरुपयोग किया था।लेकिन वह प्रस्ताव पास नही हो पाया था ।
Friday, February 20, 2009
उसकी हिम्मत को मेरा सलाम
सोचता हूँ उसने बहुत हिम्मत का परीचय देते हुए यह रास्ता चुना है ...... वह चाहता तो भिखमंगों की क़तर में शामिल हो सकता था लेकिन उसने ऐसा नही किया । मैंने कुछ अधिक पैसे देने की कोशिश की पर असफल रहा ।
इस घटना ने मुझे झकझोर कर रख दिया है ...... शायद भविष्य में कभी निराश हो जाऊं तो उसका चेहरा जरुर याद करूँगा । उसके हिम्मत और खुद्दारी को सलाम करता हूँ ।
भानु अथैया
भारत के लिए आस्कर जीत चुकी ड्रेस डिजाइनर भानु अथैया का मानना है की एटनबरो ने गाँधी फ़िल्म में भारत का वास्तविक चित्रण किया है । १०० से अधिक फिल्मों में ड्रेस डिजाइन कर रिकार्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा चुकी है । अथैया ने कहा, “एटनबरो ने जुलाई 1982 में मेरा साक्षात्कार लिया था। इसके बाद उन्होंने मेरा ऑडिशन किया। 15 मिनट के भीतर उन्होंने अपने दफ्तर में फोन करके यह सूचना दे दी कि उन्हें ड्रेस डिजायनर मिल गई है। उन्होंने मुझे एक सितंबर को नई दिल्ली के अशोक होटल पहुंचने को कहा। फिल्म की शूटिंग एक नवंबर से होनी थी।
आथैयाके अनुसार गाँधी में करना बहुत बड़ी चुनौती थीThursday, February 19, 2009
मार्कंडेय राय ........
लेखन का शायद दशमलव भी नही जानता पर ......हाथ मार रहा ....कोई राह नही दीखती पर .....चलते जा रहा है ।
..................... और यही करता रहेगा ......... जबतक जीवन रहा ...........
Wednesday, February 18, 2009
सी वी रमन ......
जो लोग केवल सोचते है ,वे कुछ कर नही सकते ........
बाबा मंजीत के शौक ......
बचपन में उनके पास साईकिल नही थी तो वह पैदल ही चक्कर लगाते।
चित्रकारी के लिए स्कूल बंक कर देते ।
वह साईकिल से ही इंग्लैंड पहुँच गए थे ।
भगवान् कृष्ण पर आधारीत उनकी कई चित्र काफी चर्चित हुए ।